
Badrinath dham yatra बद्रीनाथ अथवा बद्रीनारायण मन्दिर भारत में उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले में अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित है। badrinath dham yatra in hindi यह एक पवित्र हिन्दू मन्दिर है। hindu temple in india यह हिंदू देवता विष्णु को समर्पित मंदिर है | Hindu temple dedicated to lord krishna और यह स्थान इस धर्म में वर्णित सर्वाधिक पवित्र स्थानों, चार धामों, में से एक यह एक प्राचीन मंदिर है |
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About For Badrinath Dham – बद्रीनाथ धाम
kisne badrinath mandir banaya जिसका निर्माण 7वीं 9वीं सदी में होने के प्रमाण मिलते हैं। मन्दिर के नाम पर ही इसके इर्द-गिर्द बसे नगर को भी बद्रीनाथ ही कहा जाता है। badrinath dham closing date 2021 यह भौगोलिक दृष्टि से यह स्थान हिमालय पर्वतमाला के ऊँचे शिखरों के मध्य, गढ़वाल क्षेत्र में, समुद्र तल से 3,133 मीटर (10,271 फ़ीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
जाड़ों की ऋतु में हिमालयी क्षेत्र की रूक्ष मौसमी दशाओं के कारण मन्दिर वर्ष के छह महीनों badrinath dham chalo (अप्रैल के अंत से लेकर नवम्बर की शुरुआत तक) की सीमित अवधि के लिए ही खुला रहता है। badrinath dham open month
पौराणिक गाथाओ के अनुसार : History Of Badrinath Dham
dev bhumi in uttarakhand पौराणिक लोक कथाओं के अनुसार, बद्रीनाथ तथा इसके आस-पास का पूरा क्षेत्र किसी समय शिव भूमि (केदारखण्ड) के रूप में अवस्थित था। alaknanda river in badrinath dham जब गंगा नदी धरती पर अवतरित हुई, |
badrinath dham in hindi तो यह बारह धाराओं में बँट गई। जिस में से एक पवित्र धारा इस स्थान पर से होकर बहने वाली धारा को अलकनन्दा के नाम से विख्यात हुई। मान्यतानुसार भगवान विष्णु जब अपने ध्यान योग हेतु उचित स्थान खोज रहे थे, तब उन्हें अलकनन्दा के समीप यह स्थान बहुत भा गया। badrinath dham ke darshan karao
Neelkanth Parvat In Uttarakhand
नीलकण्ठ पर्वत के समीप भगवान विष्णु ने बच्चे के रूप में अवतार लिया | neelkanth parvat और रोने लगे। उनका रोना सुन कर माता पार्वती का हृदय विचलित होने लगा | badrinath mandir in uttarakhand उन्होंने बालक के समीप उपस्थित होकर उसे मनाने का प्रयास किया, बालक ने उनसे ध्यान योग करने हेतु badrinath dham image वह स्थान मांग लिया। यह पवित्र स्थान वर्तमान में बद्रीविशाल के नाम से सर्वविदित है।
विष्णु पुराण में इस क्षेत्र से संबंधित एक अन्य कथा है, badrinath dham darshan जिसके अनुसार धर्म के दो पुत्र हुए- नर तथा नारायण, जिन्होंने धर्म के विस्तार हेतु कई वर्षों तक इस स्थान पर तपस्य की थी। badrinath dham news अपना आश्रम स्थापित करने के लिए एक आदर्श स्थान की तलाश में वे वृद्ध बद्री, योग बद्री, ध्यान बद्री और भविष्य बद्री नामक चार स्थानों में घूमे। badrinath dham movie
अंततः उन्हें अलकनंदा नदी के पीछे एक गर्म और एक ठंडा पानी का जलश्य मिला, badrinath alaknanda river जिसके पास के क्षेत्र को उन्होंने बद्री विशाल नाम दिया। यह भी माना जाता है कि व्यास जी ने महाभारत इसी जगह पर लिखी थी।
badrinath dham by train नर-नारायण ने ही अगले जन्म में अर्जुन तथा कृष्ण के रूप में जन्म लिया था।महाभारत कालीन में एक अन्य मान्यता यह भी है कि इसी स्थान पर पाण्डवों ने अपने पितरों का पिंडदान किया था। badrinath map
इसी कारण से बद्रीनाथ के ब्रम्हाकपाल क्षेत्र में आज भी तीर्थयात्री अपने पितरों का आत्मा का शांति के लिए पिंडदान करते हैं।
Information in Badrinath Dham महत्वपूर्ण जानकारी |
2021 में बद्रीनाथ धाम खुलने का समय 30 अप्रैल को सुबह 4:30 मिनट से नवंबर तक रहता है | badrinath dham opening timing
nearest airport in badrinath बद्रीनाथ से निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट है, जो ऋषिकेश से सिर्फ 26 किमी दूर स्थित है। rishikesh to badrinath bus fare ऋषिकेश से आप बस या टैक्सी से बद्रीनाथ धाम जा सकते हो | rishikesh to badrinath distance 294 km
रेल द्वारा: बद्रीनाथ धाम से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार (324 किलोमीटर) और कोटद्वार (327 किलोमीटर) हैं। nearest railway station to badrinath is rishikesh, haridwar
यहाँ से टैक्सी के द्वारा या haridwar to badrinath taxi fare फिर बस द्वारा भी बद्रीनाथ धाम पंहुचा जा सकता है |ऋषिकेश फास्ट ट्रेनों के मार्गो rishikesh to badrinath taxi fare से नहीं जुड़ा है और कोटद्वार में ट्रेनों की संख्या बहुत कम है। haridwar to badrinath distance by taxi
Important Information in Badrinath Dham Yatra
दिल्ली, हरिद्वार और ऋषिकेश से बद्रीनाथ धाम जाने के लिए हर थोड़ी देर में बसें उपलब्ध रहती हैं। delhi to badrinath distance 545 km
ऋषिकेश बस स्टेशन से बद्रीनाथ धाम जाने के लिए हर थोड़ी देर में बसें उपलब्ध रहती हैं | taxi provider in haridwar सुबह से ही बस सेवाएं शुरू हो जाती हैं। bus from rishikesh to badrinath जोशीमठ के बाद सड़क संकीर्ण है और सूर्यास्त के बाद सड़क मार्ग पर यात्रा करने की अनुमति नहीं होती है।
इसलिए यदि कोई ऋषिकेश बस स्टेशन पर बद्रीनाथ के लिए बस लेने से रह जाता है, तो उसे रुद्रप्रयाग, चमोली या जोशीमठ तक की बस लेनी पड़ेगी और यहाँ से बद्रीनाथ तक बस या कैब के द्वारा सफ़र करना पड़ेगा | char dham yatra information
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