हेलो दोस्तो अगर आप केदारनाथ धाम जाने की सोच रहे हो | या फिर आपके मन में यह विचार आ रहा है | कि केदारनाथ धाम कब जाऐ | क्या खर्च आऐगा | कब जाना चाहिऐ | क्या-क्या लेकर जाऐ | तो इस ब्लॉग को पढ़ते रहो | kedarnath dham latest news
kedarnath dham yatra 2021 केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक और चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ के मौसम के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर के बीच में ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है।
About For Kedarnath dham / केदारनाथ धाम के बारे में |
kedarnath dham kahan hai केदारनाथ की बड़ी महिमा है। उत्तराखण्ड में बद्रीनाथ और केदारनाथ-ये दो प्रधान तीर्थ हैं, दोनो के दर्शनों का बड़ा ही माहात्म्य है। केदारनाथ के संबंध में लिखा है कि जो व्यक्ति केदारनाथ के दर्शन किये बिना बद्रीनाथ की यात्रा करता है, उसकी यात्रा निष्फल जाती है | kedarnath char dham yatra और केदारनापथ सहित नर-नारायण-मूर्ति के दर्शन का फल समस्त पापों के नाश पूर्वक जीवन मुक्ति की प्राप्ति बतलाया गया है।
about kedarnath dham in hindi केदारनाथ धाम आने के लिए आपको सबसे पहले हरिद्वार आना होगा | क्योंकि हरिद्वार भारत के सभी विभिन्न हिस्सों से रेल या बस मार्गों से जुड़ा हुआ है | kedarnath dham information hindi me तो आपको सबसे पहले हरिद्वार आना ही होगा | आप अपनी हिसाब से रेल या बस से हरिद्वार आ सकते हो | हरिद्वार में आप रेल स्टेशन और बस स्टैंड आमने-सामने बने हुऐ है |
Haridwar Bus or Taxi Booking Information
haridwar bus or taxi booking या फिर आप एक दिन पहले ही हरिद्वार आ कर केदारनाथ जाने वाली बस में अपनी टिकट बुक करा सकते है | जिसका किराया क़रीबन 350 से 400 रुपए पर पर्सन होगा | यह बस हरिद्वार से सोनप्रयाग तक ही जाती है distance between haridwar to sonprayag |
जिसका दूरी लगभग 231 किमी है | और यह बस ऋषिकेश (rishikesh), सिरासु (sirasu), देवप्रयाग ( devprayag), श्रीनगर ( srinagar), रुदप्रयाग (rudraprayag), उखीमठ (ukhimath), कालीमठ (kalimath) होती हुई सोनप्रयाग( sonprayag) बस स्टैंड तक पहुँचती है | लेकिन यह बस और टेक्सी या पर्सन गाड़ी का अंतिम स्टैंड है |
Sonprayag to Gaurikund Distance
sonprayag to gaurikund distance सोनप्रयाग से गौरीकुंड लगभग 7 किमी है | उसके लिए आपको वही की लोकल टेक्सी लेनी पड़ेगी | जो आपको गौरीकुंड तक ले जाएगी | जिस किराया 20 रुपए पर पर्सन है | गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर 17 किमी दुरी पर स्थित है |trekking in uttarakhand जो आपको पैदल, घोड़े खाचर या पालकी द्वारा तय करना होता है | आप पालकी या घोड़े खाचर द्वारा मंदिर तक जाना चाहते हो |
17km trekking in kedarnath dham तो आपको अच्छे खासे रूपए खर्च करने होगे | अपने द्वारा पालकी या घोड़े खाचर बुक कर सकते हो | मेरे हिसाब से केदारनाथ धाम की दूरी पैदल ही तय करे, यात्रा के समय कई सूंदर नदियाँ, पहाड़ और दूर-दूर तक एक अधभुत शांति का असहासा होता है | kedarnath char dham ki yatra hindi me
Kdarnath Temple Aarti Timings
kedarnath dham ki aarti केदारनाथ मंदिर के आरती करने और कपाट खुलने का समय सुबह 4:00 बजे से दोपहर के 2:00 बजे तक रहता है | kedarnath mandir open timings और शाम को 5:00 बजे से 9:00 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहते है | kedarnath dham darshan शाम को मंदिर को देखते ही बनता है | क्योंकि मंदिर चारो तरफ़ से लाइटो से जगमगा रहा होता है |
शाम को 9:00 बजे के बाद मंदिर के कपाट बंद कर देते है | kedarnath dham hotel booking केदारनाथ में रुकने के लिए कई होटल है | जिनका किराया आपको 500-600 रूपए तक पड़ सकता है ! मई-जून में ये किराया बढ़कर दुगुना भी हो जाता है | हेलीपेड के पास डोरमेट्री की व्यवस्था भी है जहाँ प्रति व्यक्ति आपको 600-700 रूपए देने होंगे | केदारनाथ में खान-पान के बहुत ज्यादा विकल्प नहीं है इसलिए सुख सुविधाओं की बहुत ज्यादा उम्मीद ना करें | kedarnath dham ke darshan karao
Kedarnath Dham History in Hindi
पंचकेदार की कथा में ऐसा माना जाता है कि महाभारत के युद्ध में पांडवो विजयी होने के बाद । kedarnath dham history in hindi पांडव भ्रातृहत्या के पाप से मुक्ति पाना चाहते थे। परंतु इसके लिए वे भगवान शंकर का आशीर्वाद लेना चाहते थे, kedarnath dham story लेकिन वे उन लोगों से रुष्ट थे।
इसलिए भगवान शंकर के दर्शन के लिए पांडव काशी गए, परंतु पर वे उन्हें वहां पर नहीं मिले। तो पांडव उन्हें खोजते हुए केदार तक आ पहुंचे। pandav ne shiv bhagwan ko dekha भगवान शंकर पांडवों को दर्शन नहीं देना चाहते थे। परंतु पांडव भी लगन के पक्के थे, वे उनका पीछा करते-करते केदार पहुंच ही गए।
भगवान शंकर ने तब तक बैल का रूप धारण कर लिया और वे अन्य पशुओं में जा मिले। bolo har har mahadev पांडवों को संदेह हो गया था। कि भगवान शंकर भी पशुओं में जा मिले है। और भीम भी बलपूर्वक इस बैल पर झपटे, लेकिन बैल भूमि में अंतध्र्यान होने लगा। तब भीम ने बैल की त्रिकोणात्मक पीठ का भाग पकड़ लिया। kedarnath dham ke kapat kab khulenge
kedarnath dham yatra in hindi भगवान शंकर पांडवों की भक्ति, दृढ संकल्प देख कर प्रसन्न हो गए। उन्होंने तत्काल दर्शन देकर पांडवों को पाप मुक्त कर दिया। उसी समय से भगवान शंकर बैल की पीठ की आकृति-पिंड के रूप में श्री केदारनाथ में पूजे जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शंकर बैल के रूप में अंतर्ध्यान हुए, तो उनके धड़ से ऊपर का भाग नेपाल के राज्य काठमाण्डू में प्रकट हुआ।
Pashupatinath Temple in Nepal
pashupatinath temple in nepalअब वहां पशुपतिनाथ का प्रसिद्ध मंदिर है। माना जाता है। कि शिव की भुजाएं तुंगनाथ में, मुख रुद्रनाथ में, नाभि मद्महेश्वर में और जटा कल्पेश्वर में प्रकट हुए। माना जाता है। जो भी भक्त अपने सच्चे मन से केदारनाथ के दर्शन करने के लिए जाता है। तो उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण होती है। kedarnath dham full video
How to visit Kedarnath dham / कैसे जाए केदारनाथ धाम |
अगर आप केदारनाथ जाना चाहते हो। kedarnath dham yatra information तो आप बस, रेल, या हवाई जहाज, से भी जा सकते हो। दिल्ली से केदारनाथ की दूरी लगभग 481km है। दिल्ली से आपको सोनप्रयाग तक बस मिलती है। उस बस का किराया 548 रुपए है। वो आपको सोनप्रयाग तक छोड़ देगी। आपको न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरिद्वार तक रेल मिल सकती हैं। उसके बाद सोनप्रयाग से आगे 5 किलोमीटर गौरीकुंड है जहाँ जाने के लिए सोनप्रयाग से जीपें चलती है | kedarnath dham helicopter booking
delhi to sonprayag distance 460km दिल्ली से सोनप्रयाग जाने के लिए सबसे बढ़िया मार्ग हरिद्वार-देवप्रयाग-रुद्रप्रयाग होते हुए है, दिल्ली से हरिद्वार तक 4 लेन राजमार्ग बना है जबकि ऋषिकेश से आगे पहाड़ी मार्ग शुरू हो जाता है और सिंगल मार्ग है ! आप चाहे तो हरिद्वार तक का सफ़र ट्रेन से कर सकते है और हरिद्वार से आगे का सफ़र बस या जीप से तय कर सकते है ! kedarnath dham map
Best time to visit Kedarnath dham / केदारनाथ धाम घूमने का अच्छा समय |
may to october visit kedarnath dham केदारनाथ आने के लिये मई से अक्टूबर के मध्य का समय अच्छा माना जाता है क्योंकि इस दौरान मौसम काफी सुखद रहता है। होटल में ठहरे की बेवस्ता भी होती है। हर साल मंदिर खुलने में और बंद होने में कुछ दिनों को फर्क होता है | क्योंकि हिंदी पंचांग के अनुसार होता है।
kedarnath dham opening date 2021 hindi कपाट खुलने की तिथि अक्षय तृतीया और बंद होने की तिथि दीपावली महापर्व के दूसरे दिन (पड़वा) के दिन शीत ऋतु में मंदिर के द्वार बंद कर दिए जाते हैं। kedarnath dham closing date 2021 hindi बरसात के मौसम में जाना यहां ठीक नहीं होता क्योकि इस दौरान लैंड स्लाइडिंग का खतरा बढ़ जाता है और सड़के बंद हो जाती है। यात्री यहां वहां फंस जाते हैं। ।
Where to stay near Kedarnath dham / केदारनाथ धाम में कहाँ रुके |
केदारनाथ में रुकने के लिए कई होटल है जहाँ रुकने के लिए आपको 500-600 रूपए में कमरा मिल जायेगा ! hotel keraya in kedarnath मई-जून में ये किराया बढ़कर दुगुना भी हो जाता है ! हेलीपेड के पास डोरमेट्री की व्यवस्था भी है जहाँ प्रति व्यक्ति आपको 600-700 रूपए देने होंगे ! केदारनाथ में खान-पान के बहुत ज्यादा विकल्प नहीं है इसलिए सुख सुविधाओं की बहुत ज्यादा उम्मीद ना करें !
Places to see near kedarnath / केदारनाथ में और क्या देखें |
visit to kedarnath other places केदारनाथ चार धामों में से एक धार्मिक स्थल है, यहाँ 1 किलोमीटर की दूरी पर भैरवनाथ मंदिर है, 4 किलोमीटर दूरी पर चोराबारी ताल भी है, चोराबारी ताल से आगे ग्लेशियर शुरू हो जाते है ! सोनप्रयाग में वासुकी गंगा और मन्दाकिनी नदियों का संगम होता है ! सोनप्रयाग से 13 किलोमीटर दूर त्रियुगीनारायण का मंदिर है, जबकि सोनप्रयाग से 5 किलोमीटर दूर गौरीकुंड में भी पार्वती माता का मंदिर है !
केदारनाथ के रास्ते में विभिन्न स्थनों की दूरियां |
दिल्ली से हरिद्वार: 250 से 300 किलोमीटर | kedarnath dham route from delhi
हरिद्वार से ऋषिकेश: 24 किलोमीटर | haridwar to rishikesh distance 24km
ऋषिकेश से देवप्रयाग: 71 किलोमीटर | rishikesh to devprayag distance 71km
देवप्रयाग से श्रीनगर: 35 किलोमीटर | distance between devprayag to srinagar
श्रीनगर से रुद्रप्रयाग: 32 किलोमीटर | srinagar to rudraprayag duri
रुद्रप्रयाग से दो रास्ते: एक रास्ता केदारनाथ और दूसरा रास्ता बदरीनाथ | rudraprayag divide two way kedarnath or badrinath
रुद्रप्रयाग से गुप्तकाशी: 45 किलोमीटर | rudraprayag to guptkashi distance 45km
गुप्तकाशी से सोनप्रयाग: 31 किलोमीटर | distance between guptkashi sonprayag
सोनप्रयाग से गौरीकुंड: 7 किलोमीटर | sonprayag to gaurikund distance 7km
गौरीकुंड से केदारनाथ: 17 किलोमीटर (नया रास्ता और पैदल चढ़ाई) | gaurikund to kedarnath temple distance 17km